इस माह ख़र्च बहुत बढ़ेगा, क़र्ज़ लेने की स्थिति भी बन सकती है। संतान पक्ष से कष्ट तथा मतभेद हो सकता है। व्यावसायिक हानि की सम्भावना बन रही है, जीवन साथी से सम्बन्ध मधुर नहीं रहेंगे। अनचाही यात्रा का योग बना हुआ है जहाँ से कोई लाभ नहीं दिख रहा। निर्णय लेने में जल्दबाज़ी ना करें अन्यथा नुकसान हो सकता है। वाणी पर बहुत अधिक नियंत्रण की आवश्यकता है अन्यथा दूसरों को बहुत कष्ट हो सकता है। किसी नए कार्य में हाथ ना डालें, समय अनुकूल नहीं है। इस माह कुल मिलाकर परिश्रम अधिक और उसकी अपेक्षा में परिणाम कम मिलेगा। धैर्य और संयम से काम लें।
आर्थिक मामलों में भी बेहद सतर्कता के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है, व्यापार में नुकसान और आर्थिक हानि होने की बहुत अधिक सम्भावना बन रही है, जैसा पहले भी कहा जा चूका है कि अपने साझेदारों के साथ मिलकर चलें अन्यथा विवाद और उसके कारण आर्थिक हानि का योग उत्पन्न हो रहा है। इस समय भाग्य पक्ष अत्यंत ही कमज़ोर है अतः नए कार्यों में हाथ डालने के लिए उचित समय नहीं है, कोई आर्थिक जोखिम ना उठायें। जो लोग नौकरी के लिए तलाश कर रहे हैं उन्हें अभी निराशा ही हाथ लगेगी, या सफलता के लिए जी तोड़ मेहनत करनी पड़ेगी। आपको किसी भी ऐसे कार्य में हाथ डालने की सलाह नहीं दी जा सकती है जहाँ सिर्फ और सिर्फ भाग्य का ही भरोसा हो।
स्वास्थ्य प्रतिकूल रहेगा, चोट-चपेट की प्रबल सम्भावना है, शरीर से रक्त स्राव हो सकता है या शल्य चिकित्सा हो सकती है। शरीर के निचले अर्ध भाग में कष्ट की सम्भवना है। संतान पक्ष से भी कुछ परेशानियों के संकेत हैं। यात्रा के दौरान बहुत सतर्कता बरतने की आवश्यकता है, वाहन चलाते समय अत्यधिक सावधानी बरतें।
ग्रहों की स्थितियाँ बहुत ही प्रतिकूल हैं, यह कहीं से बेहतर पारिवारिक या सामाजिक जीवन को नहीं दर्शा रही हैं। यह समय सिर्फ उन्हीं लोगो के लिए सामान्य रहने वाला है जो बहुत ही धैर्यवान और सहनशील हैं, परन्तु यदि आपके धैर्य की कमी है और साथ में आप जल्दी क्रोधित या उतावले हो उठते हैं तो इस समय कई प्रकार की परेशानियाँ पैदा करेगा। जीवन साथी से सम्बन्ध बिगड़ सकते हैं और यदि पहले से कोई समस्या है फिर तो बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। वैवाहिक जीवन में सुख शांति बने रहे इसके लिए बहुत सूझ-बुझ से काम लेना पड़ेगा जिसकी इस समय बहुत कमी रहेगी। मंगल की लग्न पर राहु के साथ दृष्टि सम्बन्ध चोट चपेट और अत्यधिक क्रोध की ओर संकेत कर रहा है। निर्णय क्षमता कमजोर रहेगी। आस-पास के लोगों तथा सह कर्मियों के साथ भी विवाद होने की सम्भावना है। अनावश्यक और अनचाही यात्रा के भी योग हैं यह समय संतान के लिए भी अच्छा नहीं है उसके कारण मानसिक तनाव हो सकता है, यदि संतान छोटी है तो उसके स्वास्थ्य के कारण समस्या होगी अन्यथा उससे वैचारिक मतभेद के कारण समस्या होगी पर मानसिक समस्या होगी ज़रुर।
क्रोध और आवेशित होने से बचें। इस समय नशा जानलेवा हो सकता है अतः बिलकुल त्याग दें विशेष कर यात्रा के दौरान। संयमित रहने के लिए योग-ध्यान का सहारा लें। राहु और मंगल सम्बन्धी दान करें, रविवार या मंगलवार को भैरव मंदिर जाकर दर्शन करें।