बुध ग्रह और ज्योतिष - बुध ग्रह का आपकी कुंडली पर प्रभाव

प्रथम भाव में स्थित बुध का फल

आपकी कुंडली के अनुसार प्रथम भाव में स्थित बुध आपको उदार और सदाचारी बनाता है। आपको प्रसन्न रहना अच्छा लगता है। दूसरों की बातों को भली भांति समझना और उनके साथ सरल व्यवहार करना आप जानते हैं। स्वयं भी आप एक अच्छे वक्ता हैं और समझदार और हाजिरजवाब भी। सभी मित्रों के साथ अच्छा व्यवहार, शांत मन के साथ काम लेना, आकर्षक व्यक्तित्व और आपकी बुद्धिमत्ता आपको आकर्षण का केंद्र बनाती है। अपने व्यवसाय को भी आप निपुणता के साथ चलाएंगे। आपकी रुचि अनेक भाषाओं, गीत संगीत, इंजीनियरिंग, ज्योतिष, गणित, आदि में होगी और बहुत ध्यानपुर्वक आप इन्हें सीखेंगे। विदेश यात्रा एवं किसी प्रकार की धार्मिक यात्रा का योग बन रहा है। आजीविका के लिए आप लेखक, प्रकाशक अथवा वाणी से जुड़ा कोई कार्य चुन सकते हैं। आप जीवन सुखी एवं समृद्ध होगा। आपका स्वास्थ्य त्वचा एवं स्नायु रोग से बिगड़ सकता है। आपकी आयु लम्बी होगी।

द्वितीय भाव में स्थित बुध का फल

आपकी कुंडली के अनुसार द्वितीय भाव में स्थित बुध आपको मिश्रित फल देगा। आप गुणवान, उदार, न्यायप्रिय, सुशील और सदाचारी होंगे जिस कारण सबके मन कको भाएंगे। आप विचारक अथवा अच्छे वक्ता के रूप में स्वयं को स्थापित कर सकते हैं। आपका कोई भाषण तेजस्वी और प्रभावशाली सिद्ध होगा। देखने में आप सुंदर और मनमोहक होंगे और साथ ही साथ साहसी और पराक्रमी भी। परोपकार और दान पुण्य करना आपको अच्छा लगता है। अपनी आजीविका के लिए आप लेखन क्षेत्र, कोई आधिकारिक पद, लिपिक, अध्यापन आदि का चयन कर सकते हैं। आपकी रुचि कविताओं और शास्त्र चर्चा की और अधिक होगी। आपकी वाणी बहुत मीठी होगी जो सबको आकर्षित करेगी। आपके मस्तक अथवा आँखों के पास कोई चिन्ह होने की सम्भावना है। आपकी बुद्धिमत्ता आपको आर्थिक रूप से स्थिरता प्रदान करेगी। आप बहुत धन कमा पाएंगे। ३६वां वर्ष धन अर्जित करने के लिए बहुत शुभ है।

तृतीय भाव में स्थित बुध का फल

आपकी कुंडली के अनुसार तृतीय भाव में स्थित बुध आपके स्वभाव में सहजता, विनम्रता, आदि का प्रसार करता है। साहस और वीरता भी आपके व्यक्तित्व का अंग हैं। आप बुद्धिमान, धार्मिक और यशस्वी व्यक्ति हैं और अपने गुरुओं और देवताओं को सम्मान देना जानते हैं। उद्दण्ड व्यक्ति भी आपके विनम्रता के आगे झुकेगा और आपको लाभ पहुंचाएगा। आप सभी के साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार करते हैं। आप लेखक अथवा प्रकाशक हो सकते हैं। छपाई के क्षेत्र से भी कोई सम्बन्ध हो सकता है। जीवन के अंतिम वर्षीं में आप वैराग्य एवं मोक्ष का मार्ग भी चुन सकते हैं। आपके मित्र बहुत होंगे। स्वयं को आत्मकेंद्रित और धनलोभी बनने से बचाएँ। आपके भाई बहिन हों या सहयोगी सब आपको बहुत पसंद करेंगे। आपके पुत्रों से अधिक पुत्रियाँ होंगी। आप हमेशा अपने शुभ चिंतकों से घिरे रहेंगे। अपनों की सहायता के लिए आप सदा तैयार रहेंगे। स्त्रियों के प्रति आकर्षण होगा।

चतुर्थ भाव में स्थित बुध का फल

आपकी कुंडली के अनुसार चतुर्थ भाव में स्थित बुध आपको प्रतिष्ठा और यश प्राप्त कराएगा। आपमें वाक् चातुर्य एवं अच्छे सलाहकार, अच्छे नीतिज्ञ, अच्छे लेखक के गुण हैं। आपका जीवन धैर्य और अंतर्ज्ञान से समृद्ध होगा। आपकी स्मरण शक्ति बहुत प्रबल होगी जिस कारण आप एक ज्ञानी व्यक्ति बन पाएंगे। आपमें नेतृत्व करने की क्षमता है जिस के द्वारा आप को कोई विशेष उपलब्धि मिलेगी। गीत संगीत, नृत्य, गणित आदि में आप रुचि रखेंगे। अपने परिवार में अथवा आस पास के लोगों से आपके विचार ताल मेल नहीं खाएंगे। आपके अधिकतर सभी मित्र श्रेष्ठ श्रेणी के होंगे। आप जिस कार्य को भी आरम्भ करते हैं उसमे सदा सफलता ही प्राप्त होती है। वाहन सुख मिलने के संकेत भी मिल रहे हैं। माता पिता का आशीर्वाद सदा आपके साथ रहेगा और आपको उनके कारण लाभ भी पहुंचेगा। जीवन साथी हो या संतान सबके द्वारा जीवन सुखमय बनेगा। आप अपने किये गए वादे पर हमेशा अडिग रहें। अपने जीवन में निर्लज्जता, आदि को हावी न होने दें अन्यथा ये सब आपको समाज में उचित आदर नहीं मिलने देंगे। आपकी संतानों में पुत्रों की संख्या कम हो सकती है। सदा अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रयास करते रहें।

पंचम भाव में स्थित बुध का फल

आपकी कुंडली के अनुसार पंचम भाव में स्थित बुध आपके स्वभाव में धैर्य, संतोष, प्रसन्नता, पवित्रता आदि का विकास करेगा। आपका वाक् चातुर्य, तर्क शक्ति, बुद्धि, सभी बहुत अच्छे होंगे। आपका चरित्र उत्तम होगा और आपका व्यवहार सबको अपनी ओर आकर्षित करेगा। आपकी वाणी मधुर और रूप रंग मनमोहक होगा। कभी भी कोई आर्थिक परेशानी नहीं आएगी। आपने परिश्रम और कुशाग्रबुद्धि से आप हमेशा धन कमाने में सफल होंगे। आपको यश एवं प्रसिद्धि प्राप्त होगी। अपने कार्य करने में आप बहुत कुशल हैं। एक ओर आपकी रुचि साहित्य में होगी जिस कारण आपके लिए आजीविका कमाने के कई मार्ग खुल जायेंगे जैसे लेखक, उपन्यासकार, कवि आदि, तो दूसरी ओर आपकी रुचि जुए और सट्टे में भी हो सकती है। कठिनाइयां अवश्य आएँगी परन्तु आप अपनी व्यवसाय में कौशलता और ज्ञान के बल पर सुखी जीवन बिता पाएंगे। आपको अपने जीवन में माता और स्त्री दोनों का साथ मिलेगा जिससे आपका जीवन सुखी बनेगा। संतान सुख मिलने में विलम्ब हो सकता है परन्तु पुत्र सुख की प्राप्ति होगी। पुत्रियों की संख्या अधिक हो सकती है। स्वयं को दम्भी और लोभी बनने से बचाएँ।

छठे भाव में स्थित बुध का फल

आपकी कुंडली के अनुसार छठे भाव में स्थित बुध आपको परिश्रमी बनाता है। आपमें उत्तम तर्क शक्ति, भरपूर आत्मविश्वास, विनोदी स्वभाव देखने को मिलेगा। किसी विरोध के चलते आपके शत्रुओं की संख्या बढ़ सकती है परन्तु फिर भी आप उनपर विजय प्राप्त कर सकेंगे। आपके जीवन के ३७वें वर्ष में शत्रु हावी हो सकता है। अधिकतर सभी से अच्छे सम्बन्ध बनाए रखने का प्रयास करें। कोई प्रतिष्ठित व्यक्ति मित्र के रूप में आपकी आयु के ३०वें वर्ष में आपके जीवन में प्रवेश करेगा। शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाइयाँ आने के संकेत मिल रहें हैं। आप सदा विवेक से काम लेने वाले व्यक्ति हैं। आपका धन हमेशा अच्छे कार्यों में व्यय होता है। अपनी आजीविका के लिए आप रसायन शास्त्र, प्रिंटिंग प्रेस अथवा किसी समाचार पत्र से जुड़ने का चयन कर सकते हैं। अपने बाहुबल के द्वारा भी धन कमा पाएंगे। आपकी रुचि लेखन से जुड़े क्षेत्रों में हो सकती है। कुछ नौकर आपके कष्ट का कारण बन सकते हैं। कभी कभी आपकी वाणी में कठोरता देखने को मिलेगी।

सप्तम भाव में स्थित बुध का फल

आपकी कुंडली के अनुसार सप्तम भाव में स्थित बुध शुभ परिणाम मिलने के संकेत दे रहा है। आपकी वाणी मधुर और स्वभाव उदार, सुशील, विनोदी, शिष्ट, और धार्मिक होगा। आप और आपका जीवन साथी दोनों ही देखने में सुंदर होंगे और आप दोनों को धन की कोई कमी नहीं होगी। आपका विवाह एक अच्छे परिवार में होगा पर जीवन साथी व्यवहार से झगड़ालू हो सकता है। आपकी आयु लम्बी होने के संकेत मिल रहें हैं। आपके बहुत मित्र होंगे जिसमे अधिकतर स्त्रियाँ होंगी। स्वयं को लड़ाई झगड़े और बहस से बचा कर रखें। अपने जीवन में सात्विक चीज़ों को महत्व दें। आप शिल्पकला में निपुण होंगे। अपना भाग्य आप लेखन, संपादन आदि क्षेत्रों में आज़मा सकते हैं। आप एक चतुर और कुशल व्यवसायी होंगे और सामान खरीदने बेचने के द्वारा धन अर्जित करेंगे। आपके सम्बन्ध अपने व्यासायिक साथी से अच्छे नहीं रहेंगे।

अष्टम भाव में स्थित बुध का फल

आपकी कुंडली के अनुसार अष्टम भाव में स्थित बुध स्पष्ट कर रहा है की आपको अधिकतर सभी कार्यों में शुभ फल मिलेंगे। आप एक गुणवान व्यक्ति हैं। प्रसन्नता से जीवन व्यतीत करना और स्वाभिमान के साथ जीना आपको पसंद है। आप स्वभाव से विनम्र और परोपकारी हैं। आपको जीवन में बहुत प्रसिद्धि, यश और धन की प्राप्ति होगी। आपकी आयु दीर्घ होगी। आपको राजकृपा की प्राप्ति होगी जिसके द्वारा आपको ऐसे अधिकार प्राप्त हो सकते हैं कि आप किसी को दंड दिला सकें। राज सम्मान, धन, वैभव सभी कुछ मिलेगा। स्मरण शक्ति बहुत अच्छी होगी परन्तु फिर भी आप अच्छी शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकेंगे। आप अपने कुल का नाम ऊँचा करेंगे और एक सम्मानित व्यक्ति होंगे। अपने युवाकाल में आपको किसी उच्च पद की प्राप्ति के संकेत मिल रहे हैं। आपके शत्रु कभी भी आपके सामने नहीं टिक पाएंगे। आप एक सुखी जीवन बिताएंगे और दूसरों की सहायता करने में भी सक्षम होंगे। अपने व्यवसायिक साथी का चयन सावधानीपूर्वक करें। गुप्त विद्या और आध्यात्म आपकी रुचि के विषय हो सकते हैं। मस्तिष्क और नसों से जुड़े रोग आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालेंगे। .

नवम भाव में स्थित बुध का फल

आपकी कुंडली के अनुसार नवम भाव में स्थित बुध शुभ परिणाम मिलने के संकेत दे रहा है। आप एक धार्मिक व्यक्ति हैं और उसकी सीमा में रहकर ही कार्य करते हैं। आपको दान पुण्य, यज्ञ आदि करना अच्छा लगता है। आप सदा जिज्ञासा से भरे रहते हैं और नयी चीज़ों का शोध करते रहते हैं। आप स्वभाव से सदाचारी, परोपकारी, और धर्मात्मा व्यक्ति हैं। आप हमेशा बुद्धिमानी से कार्य करते हैं। समाज हो या परिवार हर जगह आपको बहुत सम्मान प्राप्त होगा। आप अपने कुल का नाम अपने गुणों द्वारा ऊँचा करेंगे और उसे पवित्र भी बनायेंगे। आपके पराक्रम के सामने हमेशा आपके शत्रु हार का सामना करेंगे। अपने ज्ञान और विद्या के कारण आपको लोगों से बहुत आदर मिलेगा। आपकी रुचि संपादन एवं लेखन क्षेत्र, ज्योतिष शास्त्र, संगीत, कवी अथवा वक्ता बनने में हो सकती है। आपकी आयु के २९वें वर्ष में आपकी माता किसी कठिनाई का सामना करेंगी। अपने ज्ञान और बुद्धि पर घमंड करना आपको पतन की ओर ले जा सकता है।

दशम भाव में स्थित बुध का फल

आपकी कुंडली के अनुसार दशम भाव में स्थित बुध बहुत उत्तम माना गया है। स्वभाव से आप धैर्यवान, विनम्र, व्यवहार कुशल, सत्य को महत्व देने वाले, कुशल नीतिज्ञ, विवेकपूर्ण व्यक्ति होंगे। समाज में आप प्रतिष्ठा, यश और सम्मान पाएंगे। आपकी वाणी मधुर, व्यक्तित्व गुणों से पूर्ण, एवं स्वभाव न्यायप्रिय होगा। आपके कर्म सदा उच्च और श्रेष्ठ होंगे जिस कारण आपको बहुत आदर प्राप्त होगा। आपके पास अनेक प्रकार के वाहन, संपत्ति और बहुत धन होगा और आर्थिक रूप से आप बहुत अच्छी स्थिति में रहेंगे। किसी सरकारी माध्यम से आपको धन अथवा उच्च पद प्राप्त हो सकता है। आप बहुत वीर ओर प्रतापी व्यक्ति होंगे। अपनी आजीविका के लिए आप शिल्पकला, लेखन, साहूकारी, कवित्त, आदि क्षेत्रों का चयन कर सकते हैं। आपके द्वारा आरम्भ किया गया कोई भी कार्य असफल नहीं होगा। आप भली भांति अपनी माता एवं गुरुओं को सम्मान देते हैं। व्यापार के द्वारा आपको यश एवं लाभ दोनों ही मिलने के संकेत मिल रहे हैं। अपने कार्यों को उत्तम श्रेणी में ले जाने का प्रयास करें। आयु के २८वें वर्ष में आपको आँखों से जुड़ा कोई रोग कष्ट दे सकता है।

एकादश भाव में स्थित बुध का फल

आपकी कुंडली के अनुसार एकादश भाव में स्थित बुध अधिकतर अच्छे परिणाम मिलने के संकेत दे रहा है। आपके स्वभाव में ईमानदारी, विनम्रता, सदाचार और जिज्ञासा देखने को मिलेगी। आपका भाग्य उज्जवल और जीवन सुखमय होगा। आपके गुण आपको लोकप्रियता दिलाएंगे और आप सदा प्रसन्न रहेंगे। आप चरित्र से दृढ और वेद शास्त्रों में श्रद्धा रखने वाले व्यक्ति होंगे। आपके प्रकार कई प्रकार की विद्याओं का ज्ञान होगा। आपके बहुत से मित्र होंगे जिसमे स्त्रियाँ अधिक होंगी। नौकर चाकर भी बहुत होंगे और सभी आज्ञाकारी होंगे। धन अर्जित करने के लिए आप शिल्पकला, लेखन आदि को चुन सकते हैं। आयु के ४५वें वर्ष में बहुत धन लाभ मिलेगा। आपके शत्रु भी आप के लिए धन लाभ का कारण बनेंगे और आप सदा उन पर विजयी रहेंगे। आपको वाहन सुख की प्राप्ति होगी। आपकी आँखें सुन्दर और आयु लम्बी होगी। भोजन में आपकी रुचि कम हो सकती है। अपनी बुद्धि को कुंठित न होने दें। आपकी संतानों में पुत्रियों की संख्या अधिक हो सकती है। आप अपनी बात पर अडिग रहते हैं और उसे पूरा करते हैं।

द्वादश भाव में स्थित बुध का फल

आपकी कुंडली के अनुसार द्वादश भाव में स्थित बुध आपको मिश्रित फल मिलने के संकेत दे रहा है। आपका स्वभाव विवेकपूर्ण, धार्मिक, विनम्र रहेगा। आप बुद्धिमान और वेद शास्त्रों का ज्ञान रखने वाले व्यक्ति होंगे। सोच विचार करना आपको पसंद होगा। दान पुण्य करना और तीर्थ यात्राओं पर जाना आपको भाता है। आप एक अच्छे और स्पष्ट वक्ता होंगे परन्तु अपनी वाणी में कटुता न आने दें। अपने शत्रुओं पर सदा विजयी रहेंगे। आप अपने भाई बंधुओं का पूरे मन से ध्यान रखेंगे और अपने लिए भी बहुत धन संपत्ति अर्जित करने में समर्थ होंगे। आप समाज में प्रतिष्ठित व्यक्ति होंगे और किसी बड़े पद को भी प्राप्त करने के संकेत मिल रहे हैं। अपने सभी कार्यों को आप चतुराई के साथ पूर्ण करते हैं और अपने पक्ष को सफलता से सिद्ध करने की क्षमता भी रखते हैं। स्वयं को लालच और आलस्य से बचाकर रखें। अपने सभी कार्यों को पूर्ण करने में संयम बरतना आवश्यक है। अपनी बात पर अडिग रहना और उसे पूर्ण करना आपके स्वभाव का अंग है।