मंगल ग्रह और ज्योतिष - मंगल ग्रह का आपकी कुंडली पर प्रभाव

प्रथम भाव में स्थित मंगल का फल

आपकी के अनुसार लग्न भाव में स्थित सूर्य स्पष्ट कर है कि आपके अंदर साहस कूट कूट भरा है परन्तु इस साहस को दुस्साहस में न बदलने दें। अपने शारीरिक बल को बढ़ाने का प्रयास करें। आप अपने मन की बात तुरंत देते हैं। किसी भी प्रकार का दबाव आपको परेशान कर देता है। मंगल गृह की इस स्थिति के कारण आपको सिर दर्द एवं दुर्घटना का सामना करना पड़ सकता है। आपकी माता एक सक्रिय महिला हैं परन्तु उनका स्वभाव गुस्से वाला हो सकता है। आपके छोटे भाई बहिन भी सुखी जीवन जियेंगे; हाँ संतान की ओर से चिंता उन्हें चिंता हो सकती है। बड़े भाई बहिन भी अपना जीवन सुविधापूर्वक व्यतीत करेंगे। आपका शत्रु पक्ष आप पर हावी हो सकता है। अपने जीवन में सच्चाई का मार्ग अपनाएं। आपका मुख कांतिमय बना रहेगा जिसके कारण आप अपनी आयु से बहुत छोटे दिखेंगे। चिकित्सा, इंजीनियरिंग अथवा सेना जैसे क्षेत्र आपको अपनी ओर आकर्षित करेंगे। बुखार आपके स्वास्थ्य को बिगड़ सकता है। अपने जीवनसाथी के साथ आप सुखी जीवन जीने में असमर्थता का सामना करेंगे।

द्वितीय भाव में स्थित मंगल का फल

आपकी कुंडली के अनुसार द्वितीय भाव में स्थित मंगल संकेत दे रहा है की आपकी अथक मेहनत आपको जीवन में सफलता दिलाएगी. आप ग़लत प्रवर्ती के लोगों के साथ सहजता के सस्थ रह पाएंगे. आपका स्वभाव बहुर अधिक चिडचिडा एवं बोली कटु हो सकती है. शिक्षा प्राप्त करने में भी कठिनाइयां आएँगी. मंगल की इस स्थिति के कारण आपको परिवार की ओर से चिंताओं का सामना करना पड़ सकता है. एक ओर आपके पिता के स्वभाव में गुस्सा प्रभावी होगा तो दूसरी ओर माता का कोई ग़लत निर्णय समस्या पैदा करेगा. संतान का स्वभाव में भी गुस्सा देखने को मिलेगा ओर सबसे बड़े पुत्र के जन्म के समय कोई कठिनाई आएगी. आपकी सभी संतान स्फूर्ति से भरी होंगी ओर अपने जीवन में ख़ूब सफलता प्राप्त करेंगी. किसी हिन्सक जानवर अथवा किसी शत्रु के कारण आपके भाई अथवा बहिन को कष्ट हो सकता है. आपके स्वास्थ्य को आँखों एवं पेट की बीमारियाँ बिगाड़ सकती हैं. आप अपना धन किसी ग़लत कार्य में ख़र्च कर सकते हैं.

तृतीय भाव में स्थित मंगल का फल

कुंडली के अनुसार तृतीय भाव में स्थ्ति मंगल संकेत दे रहा है की आप बहुत साहसी, शांत और बुद्धिमान हैं। आप इस स्थिति के कारण बहुत प्रसिद्धि भी पायेंगे। परन्तु आपकी कटु वाणी आपको परेशानी में डाल सकती है। यह भी संभव है कि आपके भाइयों, विशेषकर छोटे भाइयों के साथ आपके सम्बन्ध में कड़वाहट आ सकती है और उन्हें किसी कठिनाई का सामना भी करना पड़ सकता है। आप अपने अन्दर छुपी शक्ति के द्वारा ऐश्वर्य प्राप्त करेंगे। आपका क्रोधी स्वभाव आपको हिंसा की ओर धकेल सकता है। अपने पड़ोसियों अथवा अधीन कर्मचारियों से भी आपका अच्छा तालमेल नहीं रहेगा। आपके पिता का गुस्सैल स्वभाव परेशान करेगा और उन्हें किसी प्रकार की आर्थिक हानि एवं अलगाव की स्थिति से गुज़रना पड़ सकता है। अपने शत्रुओं पर वे हमेशा हावी रहेंगे। आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं परन्तु आपको कभी कभी कान एवं बाज़ुओं से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। आपका कार्यक्षेत्र अस्त्र शास्त्र से जुड़ा हो सकता है अथवा आप रसायन या फिर यांत्रिक इंजिनीयर भी बन सकते हैं।

चतुर्थ भाव में स्थित मंगल का फल

आपकी कुंडली के अनुसार चतुर्थ भाव में स्थित मंगल स्पष्ट कर रहा है कि जहाँ एक ओर आपको संतान एवं वाहन सुख की प्राप्ति होगी वहीँ दूसरी ओर यह स्थिति माता के प्रेम से कुछ हद तक वंचित कर सकती है। अपने वैवाहिक जीवन में भी आप सुखी नहीं रहेंगे। अपने बड़े भाई या बहिन को लेकर आपका कोई निर्णय कष्ट उत्त्पन्न करेगा। आपके पिता के वैवाहिक जीवन में भी कठिनाइयाँ आएँगी जैसे परिवार से अलगाव या फिर कोई आर्थिक हानि हो सकती है। आपको अपने घर से दूर रहना पड़ सकता है। आप अपने जीवन में लाभ कमाते रहेंगे परन्तु साथ ही साथ कोई न कोई ख़तरा भी बना रहेगा। अपने कार्य क्षेत्र में सफलता, रहने के लिए अच्छा घर, और भी बहुत कुछ आपको प्राप्त होगा। परिवार से सहायता न मिलने के कारण आपको शिक्षा प्राप्त करने में कुछ परेशानी हो सकती है। आपके शत्रु बहुत प्रसिद्ध लोगों में से होंगे।

पंचम भाव में स्थित मंगल का फल

आपकी कुंडली के अनुसार पंचम भाव में स्थित मंगल संकेत दे रहा है कि कुसंगति आपके जीवन को बिगाड़ सकती है ओर छल कपट बहुत हानि पंहुचा सकता है। आपका स्वभाव चंचल होगा और उग्र भी। आप एक बुद्धिमान व्यक्ति हैं इसीलिए कोई भी निर्णय बिना सोचे समझे न लें। ख़र्चीला स्वभाव ओर सट्टा बाज़ारी आपको आर्थिक रूप से कमज़ोर बनाएगी जिस कारण आप चिंताओं से घिरे रहेंगे और हिंसक भी हो सकते हैं। अपनी संतान की ओर से आपको कष्ट उठाना पड़ेगा। एक ओर आपकी संतान आपकी अवज्ञा करेगी तो दूसरी ओर प्रथम पुत्र का गुस्सैल स्वभाव और उसके साथ होने वाली दुर्घटनाएं परेशान करेंगी। पेट से सम्बंधित रोग आपके स्वास्थ्य को बिगाड़ सकते हैं। व्यायाम आपको बहुत अच्छा लगता है जिसके द्वारा आप स्वस्थ रह सकते हैं। विपरीत लिंग वाले लोग आपको आकर्षित करेंगे परन्तु ध्यान रखें कि कहीं आप इस आकर्षण के चलते किसी बदनामी का शिकार न बन जाएँ।

छठे भाव में स्थित मंगल का फल

आपकी कुंडली के अनुसार छठे भाव में स्थित मंगल संकेत दे रहा है कि आपकी मेहनत आपको आर्थिक स्थिरता देगी और आप कुशलतापूर्वक अपनी सभी इच्छाएं पूर्ण कर पाएंगे। क्रोध को अपने ऊपर हावी न होने दें। आप अपने शत्रुओं को आसानी से पराजित कर पाएंगे। लोकप्रिय बनने की ज़िद में आपको कोई हानि हो सकती है। अपने नौकरों और कुछ जानवरों के कारण आपको परेशानी हो सकती है। आपके छोटे भाई बहनों को कुछ कष्ट हो सकता है। आपके पिताजी शक्तिशाली और प्रतिष्ठावान होंगे पर उनका स्वभाव गुस्से से भरा होगा। आपके मामा अथवा मौसी को भी कुछ कठिनाइयां आएँगी। आपका स्वभाव धैर्यपूर्ण और विवेक से भरा होगा जो आपको शक्ति प्रदान करेगा। अपने खर्चों का ध्यान रखें। आपके बच्चे कटुभाषी हो सकते हैं। आपका स्वास्थ्य फोड़े फुंसियों और जलने के कारण बिगड़ सकता है। आप नौकरी से ज़्यादा अपना व्यवसाय करना पसंद करेंगे।

सप्तम भाव में स्थित मंगल का फल

आपकी कुंडली के अनुसार सप्तम भाव में स्थित मंगल आपके लिए शुभ नहीं माना जा सकता। आपका वैवाहिक जीवन कठिनाइयों से भरा होगा। आपके विवाह में देरी हो सकती है और आपके जीवनसाथी को भी कष्ट हो सकता है। आपके और आपके जीवनसाथी का आपसी ताल मेल ठीक नहीं चलेगा जिस कारण अलगाव भी हो सकता है। आपकी कड़ी मेहनत ही आपको जीवन में सफलता दिलाएगी। आपकी आर्थिक स्थिति कुछ बिगड़ सकती है इसलिए केवल आवश्यकता पड़ने पर ही ख़र्च करें। इस स्थिति में मंगल आपके स्वभाव को प्रभावित करेगा जिस कारण आप क्रोधी, ईर्ष्यालु, चिडचिडे, वाणी से कठोर और बहुत बहस करने वाले भी हो सकते हैं। आपके पिता और आपके बड़े बही बहनों के सम्बन्धों में बिगाड़ आ सकता है। आपकी दूसरी संतान किसी कष्ट का सामना करेगी। आपके स्वास्थ्य पर वात रोग एवं पेट सम्बंधित रोग हावी होंगे। किसी प्रकार की मुक़दमेबाज़ी से आपको हानि पहुँच सकती है।

अष्टम भाव में स्थित मंगल का फल

आपकी कुंडली के अनुसार अष्टम भाव में स्थित मंगल आपको जीवन में कठिनाइयाँ और अनेक कार्यों में बाधाएं देगा। आपको अपने शुभ चिंतकों से भी अधिक सहायता नहीं मिल पायेगी। आर्थिक रूप से भी आप परेशान रहेंगे हालांकि आपकी जीवन संगिनी आर्थिक रूप से अच्छी स्थिति में रहेंगी। आप संवैधानिक रूप से भी अच्छी स्थिति में नहीं रह पाएंगे। आग एवं चोरी के कारण आप हमेशा संकट का सामना करेंगे। आपके पिता को भी कुछ संकटों का सामना करना पड़ेगा। उनका वैवाहिक जीवन भी इस कारण प्रभावित हो सकता है। एक ओर आपके छोटे भाई का स्वभाव गुस्से से भरा होगा तो दूसरी ओर आपकी वाणी भी कटु हो सकती है। आप झुकाव अधिक मिर्च मसाले वाली चीज़ों और शराब की ओर हो सकता है। आपको गुदा सम्बंधित रोग, शरीर में फोड़े फुंसी अथवा घाव जैसे रोगों से कष्ट हो सकता है। धन संचय कर पाने में कठिनाइयाँ आएँगी।

नवम भाव में स्थित मंगल का फल

आपकी कुंडली के अनुसार नवम भाव में स्थित मंगल संकेत दे रहा है कि आपके ऊपर अभिमान एवं इर्ष्या हावी हो सकते हैं। अपने क्रोध पर नियंत्रण बनाएं और स्वाभिमान को महत्ता दें। मंगल की इस स्थिति के कारण आप किसी बड़े पद पर या राजनिति में चमक सकते हैं। आपके मेहनत के अनुसार आपको परिणाम नहीं मिलेंगे। जीवन में सफलता तो आएगी परन्तु २७ वर्षों के बाद ही आपके जीवन में प्रवेश करेगी। धार्मिक कार्यों को महत्व देना बहुत शुभ रहेगा। आपके पिता आपके लिए कुछ परेशानियों का कारण बन सकते हैं। उनका और आपके छोटे भाई का स्वभाव बहुत क्रोध भरा हो सकता है। कानूनी मामलों में अडचनें आएँगी। दूर देश की यात्रा आपके लिए लाभदायक नहीं होंगी। मित्रों की संख्या कम होगी और आप उनमे सबके प्रिय होंगे। सोना बेचना आपके लिए शुभ नहीं रहेगा और यदि वह घर में रखा सोने है तो और अधिक सावधानी की आवश्यकता है।

दशम भाव में स्थित मंगल का फल

आपकी कुंडली के अनुसार दशम भाव में स्थित मंगल आपको धन की प्राप्ति करायेगा और साथ ही आप के अन्दर कुछ ऐसे गुणों का विकास होगा जिनके द्वारा आप को प्रसिद्धि मिलेगी और आप एक होनहार संतान बन पाएंगे। आपका दृढनिशचय और महत्वकांक्षी स्वभाव आपको बड़े पद और प्रतिष्ठा की और ले जायेगा। अपनी सफलता के चलते केवल अपने बारे में ही न सोचें। आप कई प्रकार के वाहनों के स्वामी होंगे और उनका सुख भोगेंगे। सुख और यश दोनों की ही आपके जीवन में सदा उपस्थिति रहेगी। मंगल की यह स्थिति आपके लिए कई क्षेत्रों जैसे मैकेनिकल इंजिनीयरिंग, इलेक्ट्रानिक इंजिनीयरिंग, हथियार अथवा वर्दी से जुड़े कार्यों में सहायक सिद्ध होगी। आपको शल्य चिकित्सा अथवा मंत्र ज्ञान में भी दक्षता प्राप्त हो सकती है। कोई विशेष उपलब्धि आपकी आयु के अट्ठाईसवें अथवा अट्ठावनवें वर्ष में प्राप्त होगी। संतान एवं छोटे भाई बहनों के लिए मंगल की यह स्थिति शुभ नहीं रहेगी। आपके वैवाहिक जीवन में मतभेद आ सकते हैं और आपकी माता का स्वास्थ्य भी बिगड़ सकता है।

एकादश भाव में स्थित मंगल का फल

आपकी कुंडली के अनुसार एकादश भाव में स्थित मंगल संकेत दे रहा है की आपका स्वभाव धैर्यपूर्ण, साहसी, एवं राजसी गुणों वाला होगा। आपको अपने जीवन में अनेक लाभ प्राप्त होंगे और घुमने के बहुत अवसर मिलेंगे। क्रोध को अपने ऊपर हावी न होने दें। सबसे मीठा बोलें और सभ्य व्यव्हार करें। अपने गुरुजनों को आपने हमेशा सम्मान दिया है। आपके मित्र कम होंगे परन्तु उनसे पूर्ण सहयोग मिलने के कारण आप जीवन में सफलता प्राप्त करेंगे। कभी कभी कुछ कारणों से मतभेद भी हो सकता है। क्योंकि मंगल की दृष्टि पंचम भाव में है इस कारण आपको संतान को लेकर कठिनाइयां आएँगी जैसे गर्भपात या संतान प्राप्ति में विलम्ब। आपके बड़े भाई बहिन उर्जा से भरे पर कुछ चिड़चिड़े स्वभाव के हो सकते हैं। अपनी वाणी को कटु न होने दें। आपकी रूचि मांसाहारी व्यंजनों में हो सकती है।

द्वादश भाव में स्थित मंगल का फल

आपकी कुंडली के अनुसार द्वादश भाव में स्थित मंगल स्पष्ट कर रहा है कि अधिकतर आपको अपने अनुरूप परिणाम नहीं मिलेंगे। धार्मिक कार्यों में आपकी अहम भूमिका रहेगी फिर भी धर्म में रूचि कम होगी। आपके स्वाभाव में उग्रता एवं कभी कभी हिंसक हो जाना शामिल है। आपको शस्त्र विद्या में निपुणता प्राप्त होगी। दाम्पत्य जीवन में परेशानियों के चलते आपके सोच हिंसा की ओर मुड़ सकती है। अपनी चीज़ों का ध्यान रखें और चोरों से सावधान रहें। आपके छोटे भाई या बहिन को किसी प्रतिष्ठावान पद की प्राप्ति हो सकती है परन्तु आर्थिक परेशानी भी आ सकती है। एक ओरआपकी माता को पेट से जुडी कोई बीमारी परेशान करेगी तो दूसरी ओर बड़े बेटे को शल्य चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है। आप स्वयं किसी प्रकार के नेत्र रोग से पीड़ित हो सकते हैं। आवश्यकता से अधिक ख़र्चा आपकी आर्थिक स्थिति को संकट में डाल सकता है।